छुईमुई

गोल गुलाबी फुलों में ,
मेरे घर के सामने,
आज हरे पत्तों में घिरी ,
खिली है एक छुईमुई ।Chui Mui Blooming

मन करता है छू लूँ ।
बैठ बच्चों की तरह निहारूँ ।
बचपन की मेरी संगिनी,
चुपचाप सुनती छुईमुई ।

पहचान न सका कोई,
अनजानी बनी रही वो,
गुलाबों से भी प्यारी,
छोटी सी एक छुईमुई ।

Chui Mui Plantएक पहचान की प्यासी,
एक छुवन को अभिलाषी,
वैसी ही शरमाती लजाती,
राह तकती एक छुईमुई ।